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महिला टीचर से अभद्रता और बदसुलूकी मामले में गुरु जी पर दर्ज हुई एफआईआर

 

निलंबन के बाद भी विद्यालय में हस्ताक्षर बनाते रहे “मास्टर साहब” ,निलंबन को बहाल करने की जुगत में लगे अफसरों के मंसूबे हुए फेल!

(सुल्तानपुर) अंततः गुरुजी पर दर्ज हो गई एफआईआर। पहले कुड़वार थाना के उपनिरीक्षक ने महिला अध्यापक से छेड़खानी और उत्पीड़न के मामले में उसे अपने कार्य क्षेत्र से बताते हुए फाइनल रिपोर्ट लगा दी ।जब मामला तूल पकड़ा तो इसी नागरिक पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है खुद के दागदार हो रहे दामन को पाकसाफ करने के लिए फिर से तहरीर पर काम करना शुरू कर दिया है।हालांकि शिक्षा महकमें के अफसरों ने भी निलंबन और कार्रवाई करने का आर्डर मीडिया को नही देने के लिए लंबा वक्त जाया करते रहे।पत्र वायरल होते ही मातहतों पर शिकंजा कसना भी शुरू हो गया है।सरकार को ऐसे दोहरे चरित्र के अफसरों की भी मॉनिटरिंग करना चाहिए अन्यथा की स्थिति में कोई महिला उत्पीड़न की आवाज कैसे उठाएगी❓

उच्चाधिकारियों ने निर्देश पर होमवर्क नए सिरे से जारी है।दर्ज हुए मुकदमे में पीड़िता ने बताया है वह एक शिक्षिका के रूप में प्राथमिक विद्यालय असरोगा में दिनांक 22.09.2023 से कार्यरत है ।प्रार्थिनी अपने पदीय दायित्वो के प्रति अत्यन्त क्रियाशील एवम सक्रिय है। प्रार्थिनी दिनाँक 25.11.2024 को लंच के पहले लगभग 11 से 12 के बीच विद्यालय प्रांगण के अन्दर वाली फील्ड में बैठ कर सरल ऐप पर NAT परीक्षा पर कार्य कर रही थी। तभी वि‌द्यालय के (प्र0अ0) अजीत प्रताप सिंह द्वारा बाल पकड़कर खींचा गया। जिस पर प्रार्थिनी द्वारा उसका विरोध किया गया। कुछ दिनो के बाद (प्र०अ०) अजीत प्रताप सिंह पुनः हाथ पकड़े जाने की कोशिश की गयी । जिसका प्रार्थिनी द्वारा विरोध किया गया तथा दिनाँक 07.12.2024 को लंच से पहले लगभग 11 से 12.30 बजे के बीच प्रार्थिनी बाहर की फील्ड में बैठकर यू- डायस के पोर्टल पर काम कर रही थी। तभी प्र०अ० (अजीत प्रताप सिंह) द्वारा प्रार्थिनी के पीठ पर अत्यन्त गलत इरादे व प्रार्थिनी की गरिमा के विरुद्ध अशोभनीय ढंग के पीठ पर थपथपाया गया। इस घटना का विरोध करने पर प्रार्थिनी को झूठे केस में फसाने की धमकी प्र०अ० (अजीत प्रताप सिंह) द्वारा दी गयी इस घटना के बाद प्रार्थिनी मानसिक रूप से बेहद परेशान हुयी व लोक लाज की डर से प्रार्थिनी एवम पर हो रहे अत्याचार की शिकायत दर्ज कराने व अपने परिवार तथा पति से उक्त घटनाओ को साझा किये जाने के सम्बन्ध में कोई निर्णय नही ले पा रही थी अंत में प्रार्थिनी ने उक्त प्र०अ० (अजीत प्रताप सिंह) की शिकायत 1076 पर दर्ज कराये जाने का निर्णय लेते हुये दिनांक 23.12.2024 को उक्त शिकायत दर्ज करा दी। एसओ कुड़वार से प्रार्थिनी ने कहा कि आरोपी टीचर के विरुद्ध विद्यालय प्रांगण में किये गये उक्त समस्त कुकृत्यो एवं अपराधो हेतु दण्डित कराया जाय । प्र०अ० (अजीत प्रताप सिंह) के इन्ही कुकृत्यो के कारण प्रार्थिनी द्वारा किये जाने वाले सरकारी कार्य अक्सर बाधित हो जाते है। जिसके कारण प्रार्थिनी मानसिक रूप से बहुत प्रताड़ित हो रही है। पता चला है कि बीते 10 तारीख को हुए निलंबन के बाद भी गुरुजी बहाली की उम्मीद में कई दिनों तक विद्यालय जाते रहे और हस्ताक्षर बनाकर वहीं जमे रहने के लिए रणनीति बनाते रहे! इसमें उन्होंने हर तरीके के हथकंडे अपनाए लेकिन मीडिया को आखिरकार उनका निलंबन पत्र मिल गया और देखते-देखते मामला तूल पकड़ लिया ।भाजपा की योगी सरकार की मंशा के विपरीत कार्य कर रहे अफसर के भी मंसूबे फेल हुए हैं।

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