
सुल्तानपुर-हर साल की तरह इस साल भी पूरे जिले में शिक्षण संस्थाओं एवं सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में गणतंत्र दिवस हर उल्लास के साथ मनाया गया जगह-जगह पर प्रभात रैलिया एवं झंडारोहण के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया गया सभी देशवासियों में देश भक्ति के उमंग देखने को मिली जामिया इस्लामिया सुल्तानपुर के खैराबाद में गणतंत्र दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ स्कूल के प्राचार्य एवं पेश इमाम मरकज मस्जिद मौलाना मुहम्मद उस्मान कासमी जिसकी अध्यक्षता ने किया।
कर्नाटक हुगली मदरसे के जिम्मेदार मौलाना अहमद सिराज कासमी मुख्य वक्ता रहे।मौलाना अहमद सिराज कासमी ने कहा कि भारत की आजादी का आंदोलन सबसे पहले मुसलमानों ने शुरू किया था क्योंकि सत्ता उनके हाथ में थी और वे अंग्रेजों के निशाने पर थे। विशेष वक्ता मौलाना अहमद सिराज कासमी फैजाबादी ने अपने संबोधन में कहा कि अंग्रेज 1601 में कलकत्ता आए थे और उन्हें दिल्ली पर कब्जा करने में 255 साल लग गए थे।
उनके रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा मुसलमान थे क्योंकि उनके हाथ में देश की सत्ता थी। मौलाना ने कहा कि 1857 से पहले अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद का फतवा मौलाना फजल हक खैराबादी और शाह मुहद्दिस देहलवी ने दिया था। उन्होंने कहा कि जब भारत का संविधान बना तो उस पर हस्ताक्षर करते हुए मौलाना हसरत मोहानी ने कहा था कि यह संविधान अभी अधूरा है क्योंकि हमने सजा के सारे प्रावधान अंग्रेजों से ले लिए हैं।
कार्यक्रम में स्कूल के बच्चे और बच्चियों ने विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम पेश किया जिसमें देशभक्ति की झलक नजर आई इस मौके एडवोकेट करीम,रिज़वान अहमद,अमर बहादुर सिंह,अलीमुद्दीन बचन्नू,डॉक्टर नैय्यर रज़ा ज़ैदी,अलक़मा नोमान मौलाना मकबूल, रिजवान उर्फ पप्पू, नोमान ख़ान, हाफ़िज़ इरफ़ान मुफ़्ती तौफीक, आदि वक्ताओं ने भी अपने विचार रखें कार्यक्रम का संचालन सिराज अहमद मीरापुर ने किया। इस मौके पर बाल गोविंद मौर्य डॉ शमीम मौलाना अफ़ज़ाल अब्दुल रहमान खान अहमद,हाफ़िज़ अरशद,शाहिद क़िदवई, आज़ाद अहमद (मिल्क पोर्ट) आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहे।
रिपोर्टर – इम्तियाज़ खान