
अयोध्या।महाशिवरात्रि के स्नान पर्व के साथ प्रयागराज में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ का समापन हो गया,लेकिन राम की नगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब थमने का नाम नहीं ले रहा है।महाशिवरात्रि के मौके पर महाकुंभ पहुंचे श्रद्धालुओं का सैलाब अभी भी राम की नगरी पहुंच रहा है।लाखों श्रद्धालु राम की नगरी में मौजूद हैं। हालात ये हैं कि अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए रामलला को 19 घंटे तक जागना पड़ रहा है।रामलला का दर्शन सुबह 5 बजे से रात 12 बजे तक हो रहे हैं।पुलिस को क्राउड कंट्रोल करने में कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़़ रहा है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए यथावत इंतजाम किए हैं। अयोध्या बॉर्डर पर होल्डिंग एरिया बनाकर श्रद्धालुओं को अयोध्या में प्रवेश कराया जा रहा है।मंदिरों के गर्भगृह की क्षमता के अनुसार ही श्रद्धालुओं को भेजा जा रहा है,राम मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रख रहा है,राम मंदिर ट्रस्ट ने स्वयंसेवकों को लगाकर श्रद्धालुओं के लिए बेहतर इंतजाम किए हैं,एसपी सुरक्षा ने भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं, सुबह 5 बजे से राम मंदिर के सुरक्षा अधिकारी एसपी सुरक्षा ने रामलला के परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का ध्यान रखा है,जगह-जगह पानी के स्टॉल लगाए गए हैं और जूता-चप्पल रखने की बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं।
फिलहाल श्रद्धालुओं सैलाब लगातार रामनगरी पहुंच रहा है।
श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर हर्षित और उल्लास से परिपूर्ण हैं। श्रद्धालु प्रशासनिक इंतजाम की भी तारीफ कर रहे हैं और राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा किए गए इंतजाम की भी सराहना कर रहे हैं।श्रद्धालुओं के लिए राम मंदिर परिसर में बहुत अच्छे इंतजाम किए गए हैं।इसके लिए श्रद्धालुओं ने राम मंदिर ट्रस्ट और योगी सरकार का आभार व्यक्त किया है।
राम जन्मभूमि के एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने बताया कि रामलला के परिसर में आज भी भारी भीड़ है।मकर संक्रांति के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या करोड़ों में है,करोड़ों श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए राम मंदिर दर्शन मार्ग की फर्श पर मैट बिछाया गया है और पानी पीने की व्यवस्था की गई है।पुलिस बल के जवान और राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यकर्ता पानी पिला रहे है।सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है और लगातार अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है।सुरक्षा मानकों का भी ध्यान रखा जा रहा है।