सुल्तानपुर – तहसील लम्भुआ अंतर्गत दिनांक 30.05.2025 को उपजिलाधिकारी न्यायालय कक्ष में वादी-प्रतिवादीगणों को सुना जा रहा था, उसी समय कुछ वादों की सुनवाई के उपरान्त अधिवक्तागणों का समूह जोर-जोर से मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए चिल्लाने लगे, इसके बाद अधिवक्ता रामसागर पाठक अपने अन्य अधिवक्ता साथियों के साथ न्यायालय में घुस कर वादकारियों का कॉलर पकड़ कर घसीटते हुए न्यायालय से बाहर ले जाकर मारने पीटने लगे एवं भद्दी-भद्दी गालियां देकर वादकारियों को भगाने लगे।
इसके बाद बार एसोसिएशन लम्भुआ द्वारा दिनांक 30.05.2025 को कार्य बहिष्कार अथवा हड़ताल के सम्बन्ध में कोई सूचना नहीं दी गयी। पुकारकर्ता प्रदीप पाण्डेय संग्रह धावक सम्बद्ध उपजिलाधिकारी कार्यालय द्वारा पुनः पुकार करने पर अधिवक्ताओं का समूह, जिसमें अधिवक्तागण रामसागर पाठक, भयेन्द्रजीत यादव, देवेन्द्र श्रीवास्तव, कृष्ण मोहन दबे शीतला प्रसाद श्रीवास्तव, पी०एन0 सिंह, रत्नाकर दूबे, साधू सिंह, कौशलेन्द्र सिंह, अगमजीत यादव, सत्य प्रकाश यादव, ओम शंकर मिश्रा, व अन्य अधिवक्ता प्रदीप पाण्डेय द्वारा उपजिलाधिकारी के अर्दली के रुप में तैनात रकीबूद्दीन हासमी को भी न्यायालय से खीचकर बाहर ले जाकर मारा पीटा गया।
अधिवक्ताओं द्वारा यह कहा गया कि यदि अपने उच्चाधिकारी के आदेश (पुकार) को माने तो जान से मारने की धमकी दी गयी एवं उक्त अधिवक्तागणो द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ पूरे तहसील परिसर में अराजकता का माहौल पैदा कर दिया गया, जिससे बार एवं बेंच की गरिमा को ठेस पहुंचाते हुए न्याय की आश में आये वादकारियों को अपमानित करते हुए मार-पीट की गयी।
अधिवक्तागणों के उक्त कृत्य के कारण तहसील कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो गया है। इस कृत्य की हर ओर निंदा हो रही है।